Shayari एक ख़्वाब | • EK KHWAAB ᥫ᭡ ☻️
2.79K subscribers
1.73K photos
635 videos
11 files
1.41K links
Est. 31May,2022
!! सब अधूरा ही रह गया
ख़्वाब, ख्वाहिश, और वो सपने !!

Promotion contact: @Ek_KhwaabBot
https://whatsapp.com/channel/0029VaAaEe17z4knYQrsHP2o

Channel list: t.me/trikaaldarshi/2023

Disclaimer: t.me/c/1776900082/13076
Download Telegram
हर कोई मोहब्बत में फ़ना नहीं होता ...
किसी को चाहना कोई गुनाह नहीं होता ...
वो पूछते है कि कितना चाहते हो मुझे ...
अब उन्हें कैसे समझाएँ प्यार लफ़्ज़ों में बया नहीं होता !🥺🥺
😢43👏1
❛❛देखी दरार मैने आज आईने में,
पता नहीं शीशा टूटा था, या मैं।❜❜
💔9
वो बारिश में भीगना तो बस बहाना है उसका,
आँखों में आसूं उसके आखिर कौन जानता है,🥺
😢8
Kitni kahaniyan ,
kitni yaadei'n or kitne kissey hain ..
Dil to hai ek magar kitne saare iskey hisse hain.❤️‍🩹
💔8
Perplexity Pro Free for Airtel Users???

How

https://shortner.in/PerplexityPro

Click on above link complete task

>> You'll get a Blog + coupon code

Enjoy 👀


promoted by @ShuklaXD
🙏3
Mohabbat sabko mil jaye zaruri toh nahi,
Woh bhi hume chahe zaruri toh nahi,
Wo ek saksh bahut yaad aata h iss dil ko,
Hum bhi unki yaad ban jaye zaruri toh nahi.😢
3😭2
Tu rooth gaya toh koi khushi na rahi,
Tere bina zindagi mein koi roshni na rahi.
Maaf kar de agar humse koi bhool ho gayi,
Kyuki tere bina ab yeh dhadkan bhi apni nahi rahi.
5
तुम बहती गंगा की धारा सी,
मैं रुका बनारस का घाट प्रिये।
तुम अस्सी घाट के जगमग किनारे सी,
मैं बंधा तुमसा कोई नाव प्रिये।

तुम सुबहे-ए-बनारस की वो आरती,
मैं दीपक सा लहरों पर तैरता प्रिये।
तुम शीतल हवा का वो मधुर झोंका,
मैं तपते मन का कोई प्यासा प्रिये।

तुम काशी के गलियों का वो संगीत,
मैं भटकी हुई कोई तान प्रिये।
तुम दशाश्वमेध की आरती की लौ,
मैं अधूरी प्रार्थना की जान प्रिये।

तुम काशी विश्वनाथ का वो गगनभेदी नाद,
मैं नंदी सा तुम्हें एकटक निहारता प्रिये।
तुम सावन का वो महिना बन,
झूम उठे मैं “हर हर महादेव” पुकारता प्रिये।

तुम काशी विश्वनाथ का वो आशीष,
मैं अर्पित किया गया बेलपत्र प्रिये।
तुम घाटों की संध्या, वो स्वर्णिम छटा,
मैं लहरों में उलझा कोई चित्र प्रिये।
8
अब समझ आ रहा है,

महादेव खुद की बनाई हुई दुनिया त्याग, इन पहाड़ों में क्यों रहते हैं..!! 🥺❤️
😭63
ये झूठ है कि मोहब्बत किसी का दिल तोड़ देती हैं
इन्सान तो खुद ही टूट जाते हैं मोहब्बत करते करते💔
2💔2
कुछ लोगों का दिल जीत लिया
आकर इस बरसात ने,

और कुछ इस सोच में डूबे हैं
की आज वो सोयेंगे कहाँ रात में ..
💯4
तुम्हें नज़रंदाज करूं, मुझमें इतना गुरूर कहाँ

तुम्हें देखूं नजर भर के, मेरी आंखों में इतना नूर कहाँ...!!
5🔥1
POV : तुम इतने Religious कब से हो गए ?

Me : दिल टूटा संभला फिर जाकर, कहीं दिल को सबर आया
खुशियों में सारा जहां था मेरे साथ, तकलीफों में सिर्फ मेरा खुदा नजर आया... !!
💔5
POV : तुम बहुत बदल गए हो..!!

Me : आइने में पहले एक चेहरा हुआ करता था मैं
ये मुझे क्या हो गया है, क्या हुआ करता था मैं
प्यास की सूरत खड़ा हूँ आज सबके सामने,
कौन मानेगा कभी दरिया हुआ करता था मैं..!!
😢5
तो, यहां पर फिर से वही वाली शायरी याद आती है,

कौन फिर से उठे उम्मीद लगाने को,
पागल होने को इंतेज़ार करने को
क्योंकि अब उम्मीद रखे कौन
की आसमां में वो आशाएं देखता है
तो महादेव की कसम दोबारा से खड़े हो जाए
मगर, अब स्थिति है नहीं , न जाने सुकून है नहीं

कहीं और आगे बढ़ जाने में भलाई है
मगर याद करेंगे किसी रोज़
किसी नए ब्रह्माण्ड के किसी नए कोने में
किसी और कहानी और किसी और के तुजुर्बे में,
फिर दौड़ जाएंगे किसी और कहानी की याद में ।
💔4
ख़्वाब जो हक़ीक़त बन जाते हैं
उन्हें फ़िर कौन संजोता हैं....

जब तक ख़्वाब, ख़्वाब है तभी तक
हर कोई उन ख़्वाबों के लिए ही रोता है...!😒
2🔥2
Khud ko teri Yaadon ka..
Gulaam kar diya..
Tere khatir khud ko.. Badnaam kar diya.
Aur kyu saboot dun mai Apni mohabbat ka..
Mere paas ek dil tha..
Wo bhi tere naam kar diya..♥️
4🥰1
Tere ek lafz ne hi,
Zindagi mein rang bhar diya...
Jise chhupa ke rakha tha dil mein,
Us ehsaas ko aam kar diya...

Na chahiye saboot teri wafaa ka,
Teri har khamoshi ko paigam kar diya...
Jo tha kab ka kho gaya,
Use bhi sirf tera naam kar diya.. ❤️
🔥31
Arz kiya hai..
har phool Gulab nhi hota,
Aksar poora harkhwaab nhi hota
zindagi bhi kr deti hai kabhi kabhi azeeb sawal
khair Jane do har sawal ka zawab nhi hota...!! 🥺❤️
🔥4👏2
प्रेम के लिए काशी से खूबसूरत क्या है ?

काशी तो वो है, जहां महादेव ने सती के प्रेम की प्रतीक्षा की थी..!!

वो काशी, जिसने 108 जन्मों तक सती को पार्वती के रूप में अवतरित होते हुए देखा था,

काशी, जहां महादेव ने सिर्फ प्रेम सिखाया नहीं बल्कि जिया भी ।।

काशी, जहां संपूर्ण महादेव का नाम पार्वती के बिना अधूरा है

तभी तो काशी में सिर्फ महादेव नहीं कहते,

कहते हैं "ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव " ❤️🔱
7